वर्णों का वर्गीकरण
वर्णों के दो मुख्य भेद हैं – (1) स्वर और (2) व्यंजन ।
स्वर : उन वर्णों को कहते हैं, जिनका उच्चारण स्वतंत्रता से होता है और जो व्यंजनों के उच्चारण में सहायक होते हैं । अ इ उ आदि स्वर हैं । हिन्दी मे स्वरों की संख्या ग्यारह है – अ आ इ ई उ ऊ ऋ ए ऐ ओ औ ।
व्यंजन : वे वर्ण हैं, जिनके उच्चारण में स्वरों की सहायता आवश्यक होती है । स्वरों की सहायता लिये बिना व्यंजनों का उच्चारण सम्भव नही है । इनकी संख्या 33 हैं :
क ख ग घ ङ । त थ द ध न ।
च छ ज झ ञ । प फ ब भ म ।
ट ठ ड ढ ण । य र ल व श ष स ह ।
इन व्यंजनों का शुद्ध रूप क् ख् ग् आदि हैं पर इस रूप मे इनका उच्चारण सम्भव नही है । अतएव , उच्चारण की सुगमता के लिये इनमे ‘अ’ की ध्वनि मिश्रित कर दी गयी हैं ; यथा – क्+अ=क । प्+अ=प आदि ।
हिन्दी वर्णमाला में तीन संयुक्त व्यंजनों का भी प्रयोग होता है – क्ष, त्र, और ज्ञ । दो व्यंजनों के योग से बने होने के कारण इन्हें संयुक्त व्यञ्जन कहते हैं : यथा – क्+ष=क्ष , त्+र=त्र और ज्+ञ=ज्ञ ।
हिन्दी वर्णमाला में दो नयी व्यंजन ध्वनियाँ ‘ड़’ और ‘ढ़’ भी जोड़ी गयी हैं ।
अयोगवाह : अनुस्वार और विसर्ग को ‘अयोगवाह’ कहते हैं । ये ध्वनियाँ न तो स्वर हैं और न व्यंजन । हाँ ! स्वरों के सहारे ये चलते अवश्य हैं । पं0 किशोरीदास वाजपेयी के शब्दों में इनकी “ स्वतंत्र गति नहीं, इसलिये ये स्वर नही हैं और व्यंजनों की तरह ये स्वरों के पूर्व नहीं, पश्चात् आते हैं ; इसलिये व्यंजन नहीं । वर्णों की दोनो श्रेणियों में किसी के साथ इनका जातीय योग नही हैं । इसीलिये, इन दोनो ध्वनियों को ‘अयोगवाह’ कहते हैं । न तो स्वर से योग , न व्यंजनों से ( अतः अयोग ) , फिर भी अर्थ वहन ( वाह ) करते हैं । “
इस प्रकार , हिन्दी वर्णमाला में वर्णों की कुल संख्या 51 है – स्वर 11, व्यंजन 33, संयुक्त व्यंजन 3, नये जोड़े गये व्यंजन 2, और अयोगवाह 2 ।
सुपर व्यंजनों के लिए धन्यवाद
ReplyDeleteYemek Tarifleri
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चौथा संयुक्त व्यंजन श्र है, अतः कुल वर्ण 52 होंगे। लेखक महोदय की क्या राय है?
ReplyDeleteआज कल किताबों में श्र को भी वर्णमाला के साथ दिया जा रहा है ! आपकी बात मान लेने मे कोई हर्ज नही है ! श् + र = श्र ! काफी प्रचलित संयुक्त वर्ण के रूप मे व्यवहृत होने के कारण इसे भी नई किताबों मे वर्णमाला के साथ दिया जा रहा है अतः 52 वर्ण कहने मे हर्ज नही !
Delete100% सत्य
Deleteश्र मिश्रित व्यंजन है। इसको संयुक्त अक्षरों में भी लिखा जाता है। इस तरह संयुक्त अक्षर 4 (क्ष,त्र,ज्ञ,श्र) हैं और मिश्रित व्यंजन 1 (श्र) है। धन्यवाद
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ReplyDeleteअयोगवाह कितने ह
ReplyDeleteअयोगवाह दो है अनुस्वार और विसर्ग यानी अं और अः बाकी डिटेल मे अयोगवाह के बारे मे उपर दिया गया है !
Deleteधन्यवाद
Kul3&mukhya2
DeleteAugabha examples
ReplyDeleteAugabha examples
ReplyDeleteLekin ayogvah kii sankhaya 3 bataiyi jaa rahi hai book me
ReplyDeleteExam me 51aur52 dono hi option diye honge tab
ReplyDeleteअति सुन्दर पाठ
ReplyDeleteVery nice and crisp explanation.
ReplyDeleteSanyuktakshar 4 hote hai chautha 'shra'
ReplyDeleteमजा आ गया सर पढ़के
ReplyDelete52 ही होना चाहिए
ReplyDeleteThanks u solved my doubt.
ReplyDeleteअयोगवाह के कही कही पर 4 प्रकार बताये गए है बाकी 2 जिह्वेमुली और उपद्यमानी क्या ये सत्य है सही मार्गदर्शन करें। धन्यवाद
ReplyDeleteSanskrat me 4
DeleteHindi me 2
क्या माने चार या दो (महोदय)
ReplyDelete4 hote h vyanjan m do shvr m do
ReplyDeleteमुकेम्बो आपकी जानकारी से खुश हुआ
ReplyDeleteHa Ha Ha 😊😊
ReplyDelete: his chin ka prayog ...... ki roop mai hotha hai.
ReplyDeleteतीन
ReplyDeleteदो अयोगवाह होते हैं अं और अः।
ReplyDeleteश्र को संयुक्त वर्ण क्यों नहीं मानते हैं आप।
ReplyDeleteSir anunashik ayogwah hai ki nhi
ReplyDeleteप और र = प्र
ReplyDeleteKahin 46 to kahin 48 hai kitab m😱
ReplyDeleteAyogavah varna ka bhed hai ya nahi?
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