वृक्षों का सन्देश
हम फेफड़े , हैं इस धरा के ।
हमसे हीं जीवन , हैं
इस धरा पे ॥
हमने दिया हैं इस
जग को खाना ,
हमसे चहकता हैं सारा जमाना ।
बसेरे दिये सभ्यताओं को हमने ,
बरसते हैं बादल
हमीं से धरा पे ॥