“.......... कृष्ण ............”
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राजीव नयन वारीज वयन,
श्रींगार अयन मधुराधिपती ।
बृषभानुसुता प्रिय गोपसखा,
रसराज सुधा मदनाधिपती ॥
".. हमारे दिल से आपके दिल तक ,/ बात निकली है तो जायेगी दूर तक ,/ ये 'किरण'जो चली है यहाँ से वहाँ तक ,/ रौशनी कर देगी वहाँ , पहुँचेगी जहाँ तक । " ----------- अश्विनी कुमार तिवारी