“.......... कृष्ण ............”
*************************
राजीव नयन वारीज वयन,
श्रींगार अयन मधुराधिपती ।
बृषभानुसुता प्रिय गोपसखा,
रसराज सुधा मदनाधिपती ॥
असुरादिनिवारण भवभयतारण,
दुःखनिस्तारण रासपती ।
मथुरापतिगंजन मद्अजभंजन,
प्रेमिल बन्धन राजपती ॥
गिरिधर नागर सबगुन आगर,
विषय विशारद रागपती ।
प्रकट दिवाकर चन्द्र सुधाकर,
मृदुस्वर वाहक राधिपती ॥
जनसुखदायक स्रृष्टिविनायक,
यदुकुलनायक गोलोकपती ।
मुरलीधररंजन कालियामर्दन,
दनुजविकर्तन पद्माधिपती ॥
मीरा रसखान जायसि तुलसी,
कवि सूर रहीम बिद्यादिपती ।
श्रीनाथ अनाथ सनाथ मही,
‘अश्विनी’ मद मोह निस्तारपती ॥
---- अश्विनी कुमार तिवारी ( 29/12/2015 )
No comments:
Post a Comment