कह_मुकरी
---------------------
(१)
ओकरा बिनु नै रहल जाय ।
भेँटय नहि तों माथ दुखाय ॥
अनुपम ताप देखि मुख आह ।
की सखि साजन ? नइ सखि चाह !!
---------------------
(१)
ओकरा बिनु नै रहल जाय ।
भेँटय नहि तों माथ दुखाय ॥
अनुपम ताप देखि मुख आह ।
की सखि साजन ? नइ सखि चाह !!