Saturday, June 16, 2012

हिन्दी व्याकरण : वर्ण विचार , भाग (छः )


बलाघात ( स्वराघात )
बोलने में प्रायः ऐसा देखा जाता है कि वाक्य के सभी अंशो पर बराबर बल या जोर नही दिया जाता । कभी वाक्य के एक शब्द पर जोर अधिक होता है तो कभी दूसरे पर । इसी प्रकार एक शब्द की ध्वनियों पर भी बराबर बल या आघात नही पड़ता । शब्द जब एक अक्षरों का होता है तो इन अक्षरों पर भी बल बराबर नही पड़ता , किसी पर कम किसी पर ज्यादा । इसी बल , जोर या आघात को ‘ बलाघात ‘ कहते हैं । भाषा की कोई भी ध्वनि पूर्णतः बलाघात शून्य नहीं होती ।