नवल वर्ष
नवल वर्ष नव नव
अभिनन्दन ।
नवलाकाश नवल
स्पन्दन ॥
नवल हर्ष
नव नव उत्कर्ष ।
नवल ज्योति
मुखरित सहर्ष ॥
शब्द नवल नव कुसुम
समान ।
कुसुमित ज्यों बगिया
अंजान ॥
नवल जीव नव
नव जीवन ।
नवल सृष्टि
मुखरित उपवन ॥
लावण्य नवल
नवल चितवन ।
नव कांति नवल नव नव
मधुवन ॥
नव राग
रागिनी नवल छन्द ।
नव गीति
गीतिका कवित्त बन्द ॥
नव वितान नव नव
श्रृंगार ।
नव वधु सम नव वर्ष द्वार ॥
स्वागत स्वागत स्वागत सहर्ष ।
नवल नवीन नुतन नव
वर्ष ॥
.......... अश्विनी
कुमार तिवारी ( 01/01/2013)
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